क्यू भूल जाते है हम...
कैसे भूल जाते है हम..
वो लफ्ज़,
जिसने हमे
मासूमियत
सिखाई है।
वो चहरा,
जिनसे हम
सच्चाई समझते है।
रंगीला बचपन
जाने कौन ले गया..
हसरती,चमकती जवानी
जाने क्यू रुला दिया..
हर एक वादा
हर एक वृत
जिनसे रिश्ते पलते थे
जाने कब छूट गया..
कैसे भूल जाते है हम?
ज़िन्दगी छोटी है।
क्यू भूल जाते है हम?
एक ही तो ज़िन्दगी है!
न तेरे लिए रुकती है,
न मेरे लिए...
सपनों की सीढ़िया चढ़कर,
बुराई जलाकर,
परायों को अपनाकर,
चलो, चलते है
उस पहाड़ी की ओर
जहा सब एक हो
और एक रब हो॥
"Eeshwara ithu motham hindi anallo", I'm sorry that was literally the first thing that hit me when I saw this. I was tried reading it to a friend but my poor pronunciation skills pissed her off... lol.
ReplyDeletelol.I can tell you the meaning if you want
ReplyDeleteWould love know...
DeleteThis is a brilliant piece of work yaar...I'm so proud of u Anu....keep on bringing some more master strokes like this one.....made my day! So Meaningful one
ReplyDeleteThis is a brilliant piece of work yaar...I'm so proud of u Anu....keep on bringing some more master strokes like this one.....made my day! So Meaningful one
ReplyDeleteThanks a lot Jeej! You sure geared me up!!
DeleteThat was dope.....
ReplyDeleteAl poet💥
Thankyou🙏
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